नई दिल्ली. रिपब्लिक-डे से एक दिन पहले सरकार ने पद्म पुरस्कारों का एलान किया। 89 पद्म पुरस्कारों में से 7 लोगों को पद्म विभूषण, 7 को पद्म भूषण और 75 को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। पद्मश्री पाने वालों में कई लोग ऐसे हैं, जो गुमनामी में अपना काम करते हैं और सुर्खियों से दूर रहते हैं। इन्हीं में शामिल हैं इंदौर की रहने वाली 91 साल की डॉक्टर दादी और 76 साल की सबसे उम्रदराज महिला तलवारबाज। कुछ ऐसे भी नाम हैं, जिन्हें लोग एंबुलेंस दादा और वृक्ष पुरुष के नाम से जानते हैं। जानिए क्या है इनकी कहानी…
1# डॉक्टर दादी
– 91 साल की भक्ति यादव को लोग डॉक्टर दादी के नाम से जानते हैं। वो इंदौर की पहली महिला हैं, जिन्हें एमबीबीएस की डिग्री मिली।
– डॉक्टर दादी पिछले 68 साल से अपने पेशेंट का फ्री में इलाज कर रही हैं।
– गाइनकॉलजिस्ट डॉक्टर दादी ने हजारों बच्चों की सेफ डिलिवरी भी करवाई। भक्ति यादव 1948 से पेशेंट्स का इलाज कर रही हैं।
– इस उम्र में डॉक्टर दादी को चलने-फिरने में दिक्कत होती है, लेकिन वो अपने जीवन की अंतिम सांस तक पेशेंट्स का इलाज करना चाहती हैं।