बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का तूफानी इंटरव्यू

जवाब: कत्लखाने पर रोक की बात को इस नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए. आप पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, रुहेलखंड या बुंदेलखंड कहीं भी जाएं, वहां आप देखेंगे कि कत्लखाने के चलते दूध देने वाले सारे पशु खत्म हो गए हैं. कभी भी अकाल पड़ता है या सूखा होता है तो गरीब किसान मुश्किल में पड़ जाते हैं. किसान दिन-ब-दिन गरीब होते जा रहे हैं. अगर उनके पास दूध देने वाले दो-तीन पशु होंगे तो वह अपनी आजीविका आसानी से चला पाएंगे.

उत्तर प्रदेश में दूध उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं. मैं ऐसे प्रदेश से आता हूं जहां यूपी की तुलना में बारिश कम होती है. साथ ही पानी की भी कमी होती है. इसके बावजूद वहां डेयरियों के माध्यम से दूध उत्पादन के रिकॉर्ड कायम हुए हैं. ऐसे में हम चाहते हैं कि पशुधन को बचाया जाए.

फिलहाल, आलम यह है कि पशुधन को अवैध तरीके से उठा लिया जाता है और वो कत्लखानों में काट दिए जाते हैं. इसके बाद किसानों की प्राथमिकी भी दर्ज नहीं होती है. हमारे प्रयास से जो पशुधन बचेंगे उनसे किसानों को लाभ पहुंचेगा. इसके लिए हम हर चार जिले पर एक डेयरी बनाने का प्रावधान करेंगे जहां किसानों को दूध का उचित दाम मिल पाएगा. इस वैल्यू एडिशन से किसान अपनी गरीबी को दूर कर पाएंगे.

सवाल: चुनाव में आप बीजेपी को कितनी सीट देते हैं?

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जवाब: अभी पूरे उत्तर प्रदेश का आकलन करना जल्दबाजी है. मैं इतना जरूर कहूंगा कि पहले और दूसरे चरण के चुनाव में कुल 135 सीटों में से बीजेपी 90 सीटें जीतेगी.

सवाल: आपकी मुख्य लड़ाई किससे है, समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन से या मायावती से?

जवाब: सपा-कांग्रेस गठबंधन से.

सवाल: क्या आपको नहीं लगता है कि सपा-कांग्रेस गठबंधन को मुस्लिम, यादव और कुछ ऊंची जातियों का समर्थन मिलने से आपको कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा?

जवाब: कागज पर इस प्रकार की गिणती करना बहुत आसान है. जब मैं लॉ एंड ऑर्डर की बात करता हूं तो इसका मतलब यूपी में हर कोई परेशान है. चाहे वह यादव हो या किसी और जाति का. गरीबों पर प्रताड़ना ज्यादा होती है. यह वास्तविकता है. पिछड़े, अति-पिछड़े ज्यादा परेशान हैं, शहरों में ज्यादा परेशानी है मगर पलायन सभी करते हैं. कानून व्यवस्था ठीक नहीं होने से सबको परेशानी होती है.

बुलंदशहर हाईवे पर अगर मां-बेटी से रेप होता है, तो यह सबकी परेशानी है. मथुरा के बीचों-बीच रामवृक्ष यादव तीन साल से सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किए हुए था. जब पुलिस जाती है तो सामने से गोली चलाकर जवानों को मार दिया जाता है. ये स्थिति किसी भी यूपी वालों को पसंद नहीं है. मेरा मानना है कि बहुमत इन्हीं मुद्दों पर आने वाला है. अगर अखिलेश समझते हैं कि वो फैमिली ड्रामा कर या गठबंधन कर के इन चुनावी मुद्दों को हटा देंगे तो जान लीजिए ऐसा नहीं होने वाला है. आज भी कानून व्यवस्था, पश्चिमी यूपी से पलायन, अवैध तरीके पशुओं को उठाकर मारना, महिलाओं की सुरक्षा और अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा आज भी मुद्दे हैं. अखिलेश चाहे जो कर लें ये मुद्दे नहीं खत्म होंगे.

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सवाल: गन्ना किसानों के बारे में आप क्या कहेंगे?

जवाब: इस देश में लंबे समय से गन्ना किसानों की समस्या को नहीं उठाया गया. नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद इनके हितों के लिए काम शुरू हुआ है. सबसे पहले एथेनॉल की खपत बढ़ा दी, जिसके कारण उन्हें गन्ने का दाम ठीक मिला. गन्ना का आयात बंद कर दिया, जिसके कारण उन्हें इसकी अच्छी कीमत मिलने लगी. निर्यात पर सब्सिडी दिए जाने से किसानों को फायदा हुआ. हमने गन्ना किसानों का बहुत सारा बकाया भुगतान किया. हमने अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया है कि 120 दिन के भीतर यूपी के गन्ना किसानों को छह हजार करोड़ रुपए का बकाया चुका दिया जाएगा. साथ ही हम ऐसी व्यवस्था बनाने जा रहे हैं कि जिस दिन किसान अपने गन्ने को लेकर मिल में जाएगा, उसके 14 दिनों के बाद की तारीख का चेक उसी वक्त मिल जाएगा.

सवाल: आप उत्तर प्रदेश में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए क्या करेंगे?

जवाब: उत्तर प्रदेश में ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ और साउथ कॉरिडोर को पूरा किया जाएगा. हर गांव को तहसील मुख्यालय से बस सेवा से जोड़ने का वादा किया है. इसके साथ हमने स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने का भी वादा किया है. 108 नंबर पर कॉल करने पर आज भी डेढ़ घंटे तक गांव में एंबुलेंस नहीं पहुंचती. हम इसे घटाकर 15 मिनट तक लाएंगे. हम 25 नए मेडिकल कॉलेज खोलेंगे और एम्स के समान 6 अस्पताल खोलकर अस्पतालों का जाल बिछाएंगे.

सवाल: उत्तर प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था सुधारने के लिए क्या करेंगे?

जवाब: अगर रॉबर्ट्सगंज और बुंदेलखंड के खदानों में बड़े पैमाने पर होने वाली चोरी और नोएडा में टैक्स चोरी पर रोक लगा दिया जाए तो उत्तर प्रदेश का बजट दोगुना हो जाएगा. ये प्रयोग हमने दूसरे राज्यों में भी किया है.

सवाल: क्या सपा का फैमिली ड्रामा ‘स्टेज फैमिली ड्रामा’ था?

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