किसान हिंसा की राजनीतिक साजिश के चलते मुख्यमंत्री शिवराज का नया कदम, किसान के नाम पर दंगा करने वाले सकते में

क़ानून और व्यवस्था राज्य के लिए सर्वोपरि है, और जनता को सुरक्षा देना राजधर्म है|

शिवराज कहते हैं ” मैं उपवास करूँगा, वहीँ से मैं सरकार चलाऊंगा, बैठकें होंगी, स्तिथि पर नज़र रखी जाएगी, फैसले लिए जाएँगे, और किसानो से भी चर्चा के सारे रास्ते खुले रहेंगे, कहीं मत जाओ, आओ मेरे साथ चर्चा के लिए|

राज्य में किसान आन्दोलन की आंच और आन्दोलन में हिंसा भड़काने की साज़िश के खिलाफ तब तक अनशन पर रहेंगे जब तक राज्य में शांति नहीं बहाल होगी|

शिवराज सिंह का अनशन आज से भोपाल के दशहरा मैदान में शुरू होगा| इस दौरान वो न तो सी एम हाउस जाएँगे न ही सचिवालय| राज्य के सारे काम दशहरा मैदान से ही किये जाएँगे|

अब सब कुछ दशहरा मैदान में मुख्यमंत्री की आँखों के सामने होगा ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए