राम सेतु के तथ्य जो अब तक सामने नहीं आये

ह्य्द्राबाद स्तिथ नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी NSRA, जो कि डिपार्टमेंट ऑफ़ स्पेस का भाग है, के द्वारा छपी पुस्तक ‘IMAGES INDIA’ के अनुसार भारत और श्री लंका के बीच PALK STRAIT नामक स्थान पर पुल मौजूद है

A book ‘Images India’ published by the Hyderabad-based National Remote Sensing Agency (NRSA) that comes under the Department of Space, says the satellite images have revealed an ‘ancient bridge between India and Sri Lanka in Palk strait’.

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पुस्तक में खुलासे, मुख्य भूमि को एक और द्वीप के साथ जोड़ने वाला सेतु मानव निर्मित है जो की  सरकार ने आज तक बनाए रखा है कि सेतु विशाल tombolos द्वारा बनाई है, के विपरीत हैं। यह ASI (भारतीय पुरातत्व विभाग) की उन खोजों को भी सिरे से ख़ारिज करता हे जो श्री राम के एतिहासिक और वैज्ञानिक अस्तित्व को नकारने का दावा करती हैं |

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI), जो यह भी कहते हैं, ‘कोई ऐतिहासिक या वैज्ञानिक’ भगवान राम या राम सेतु के अस्तित्व के सबूत नहीं है, के निष्कर्षों के विपरीत है।

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